महिला और बाल अपराध।घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम , 2005। महिला एवं बाल अपराध महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी।
महिला एवं बाल अपराध महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी:-
प्रश्न:-1. घरेलू हिंसा अधिनियम का क्या उद्देश्य है ? उतर:- परिवार के भीतर रहने वाली महिलाओं को घरेलू हिंसा से संरक्षित करना ।
प्रश्न:-2. घरेलू हिंसा अधिनियम में कुल कितने अध्याय और धाराएं है ।
उतर:- घरेलू हिंसा अधिनियम में कुल 5 अध्याय और 37 धाराएं हैं।
प्रश्न:-3. घरेलू हिंसा अधिनियम कब लागू / प्रवर्तन/प्रारम्भ ( enforcement / commencement / date ) हुआ?
उत्तर- 26 अक्टूबर , 2006 धारा 01
प्रश्न:- 4. घरेलू हिंसा अधिनियम में व्यथित व्यक्ति ( aggrieved person) कौन होता है?
उत्तर:- (i) जो प्रत्यर्थी के साथ घरेलू नातेदारी ( रिश्तेदारी में रहती है ।
(ii) कोई भी महिला।
( iii ) जो कहती है कि प्रत्यर्थी ने उसके साथ घरेलू हिंसा की है ।
प्रश्न:-5. घरेलू हिंसा अधिनियम में बालक कौन होता है । उत्तर:- (i) 18 वर्ष से कम आयु का व्यक्ति हो।
( ii )इसके अंतर्गत दतकग्रहीता (गोद लिया हुआ) सौतेला व पोष्य बालक भी आता है।
महिला और बाल अपराध।घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम , 2005। महिला एवं बाल अपराध महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी।
प्रश्न :-6. घरेलू हिंसा अधिनियम घरेलू रिपोर्ट क्या होती है?
उतर:- व्यथित व्यक्ति से घरेलू हिंसा के परिवाद (प्रार्थना पत्र) की प्राप्ति पर विहिप प्रारूप में की गई रिपोर्ट।
प्रश्न :-7. घरेलू हिंसा अधिनियम में घरेलू नातेदारी (Domestic Relationship) क्या होती है?
उतर:- (i) दो व्यक्तियों के मध्य की नातेदारी (रिश्तेदारी)
( ii )जो साझा गृहस्थी में रहते हो।
( iii ) जो समरक्तता (सगे) विवाह या दतकग्रहन से सम्बंधित हो।
( iv ) संयुक्त परिवार के रूप में साथ साथ निवास कर रहे पारिवारिक सदस्य
प्रश्न:-8. घरेलू हिंसा अधिनियम में कौनसे मजिस्ट्रेट मामलों की सुनवाई करते हैं?
उत्तर महानगर मजिस्ट्रेट या प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट
धारा -2 (i)
प्रश्न:-9. घरेलू हिंसा अधिनियम में प्रत्यर्थी (Respondent ) कौन होता है ?
उतर:- (i )ऐसा वयस्क पुरुष जो व्यथित व्यक्ति के साथ घरेलू नातेदारी में रहता है ।
( ii ) जिसके विरुद्ध व्यथित व्यक्ति ने कोई अनुतोष चाहा है ।
( iii ) व्यथित व्यक्ति का पति और उसके नातेदार।
प्रश्न:-10. घरेलू हिंसा अधिनियम में साझा गृहस्थी से क्या समझते हो ?
उत्तर- ( i ) ऐसी गृहस्थी जहां ( a ) व्यथित व्यक्ति या तो अकेले प्रत्यर्थी के साथ घरेलू नातेदारी में रहता है।
( b ) गृहस्थी जो व्यथित व्यक्ति व प्रत्यर्थी के संयुक्त रूप से स्वामित्व में है । या किराए पर ली गयी है ।
धारा 2 (s)
महिला और बाल अपराध।घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम , 2005। महिला एवं बाल अपराध महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी।
प्रश्न:-11. घरेलू हिंसा में क्या सम्मिलित है ?
उत्तर- ( a ) शारीरिक दुर्व्यवहार Physical misbehavior )
( b ) लैंगिक दुर्व्यवहार ( Sexual Misbehavior )
( c ) मौखिक दुर्व्यवहार ( Verbal Misbehavior )
( d ) भावनात्मक दुर्व्यवहार ( Emotional Misbehavior )
( e ) आर्थिक दुर्व्यवहार ( Economic Misbehavior )
प्रश्न:-12. संरक्षण अधिकारी, सेवा प्रदाता और मजिस्ट्रेट के कर्तव्य किस धारा में वर्णित है ?
उत्तर- धारा 5 में वर्णित है ।
प्रश्न'-13. आश्रय गृहों के कर्तव्य किस धारा में है?
उतर:- धारा 6 में वर्णित है।
प्रश्न:-14. सेवा प्रदाता किसको नियुक्त किया जाता है ? उत्तर:- ( 1 ) सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1860 के अंतर्गत रजिस्ट्रीकृत कोई स्वैच्छिक संगम ( Association )
(II) कंपनी अधिनियम , 1956 के अंतर्गत रजिस्टर्ड कोई कंपनी ( धारा 10 )
प्रश्न:-15. घरेलू हिंसा अधिनियम में मजिस्ट्रेट पहली तारीख कब नियत करेगा व कितने समय में मामले को निपटाने का प्रयास करेगा ?
उतर:- प्रथम तारीख आवेदन की प्राप्ति की तारीख से 3 दिन से अधिक नहीं होगी । ( II )
मजिस्ट्रेट मामले का निपटारा प्रथम सुनवाई की तारीख से 60 दिन के भीतर करने का प्रयास करेगा ।
महिला और बाल अपराध।घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम , 2005। महिला एवं बाल अपराध महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी।
प्रश्न:- 16. घरेलू हिंसा अधिनियम किस धारा में परामर्श सेवा प्रदाता के समक्ष किया जाता है ।
उतर:- घरेलू हिंसा अधिनियम धारा 14 में परामर्श सेवा प्रदाता के समक्ष किया जाता है ।
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