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जब कभी लौट कर जाता हूं...

जब कभी लौट कर जाता हूं... घर, आँगन, खेत, छप्पर... दौड़कर लिपट जाते है आँसू भर मुझे बालमन से की हुईं कुछ नादानियां याद आती हैं.. छुटपन बिखरा के सामने गांव हर बार पूछता है मुझसे.. कैसे हो ? कहानी अच्छी तो है न ? उदास हो जाता हूं..क्या कहूं ? मुझे माँ की कही कहानियां याद आती हैं...

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