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बांसवाड़ा (राजस्थान) के प्रमुख पर्यटन स्थल। राजस्थान के प्रमुख जिलेवार पर्यटन स्थल।

राजस्थान के जिलेवार पर्यटन स्थल

बांसवाड़ा  जिले के पर्यटन स्थल
( सुनहरे द्वीपों का शहर )

 माहीबांध :-
(तस्वीर साभार:- राजस्थान सरकार पर्यटन विभाग)
माही नदी पर बांसवाड़ा से 18 किमी की दूरी पर संभाग का यह सबसे बड़ा बाँध है , जिसमें 16 गेट हैं तथा बांध की कुल लम्बाई 3.10 किमी है । वर्षाकाल में जब यह पूर्ण भर जाता है तब सभी गेट खोलने पर जो दृश्य उत्पन्न होता है उसका नजारा अनुपम और मनोहारी होता है । इसे देखने को पूरे वर्ष सैलानी इंतजार करते हैं । यहाँ वॉटर स्पोर्ट्स की असीम संभावना है । 

राजस्थान के जिलेवार पर्यटन स्थल


त्रिपुरा सुन्दरी :-
(तस्वीर साभार:- राजस्थान सरकार पर्यटन विभाग)
बांसवाड़ा डूंगरपुर मार्ग पर 19 किमी दूरी पर तलवाडा ग्राम के समीप उमराई गांव में स्थित माँ त्रिपुरा सुन्दरी का प्राचीन मन्दिर है । मंदिर के उत्तरी भाग में सम्राट कनिष्क के समय का एक शिवलिंग होने से कहा जाता है कि यह स्थान कनिष्क के पूर्वकाल से ही प्रतिष्ठित है । काले पाषाण की सिंह पर सवार 18 भुजाओं वाली दिव्य आयुष विशाल प्रतिमा है , जो शक्ति पीठ के रूप में जानी जाती है । स्थानीय लोग इसे ' तरतई माता , त्रिपुरा महालक्ष्मी के नाम से पुकारते हैं । मंदिर के समीप शिलालेख विक्रम संवत 1540 का लगा हुआ है । देश - विदेश में प्रसिद्ध शक्ति पीठ माँ त्रिपुरा सुन्दरी आस्था का प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल है । चैत्र एवं अश्विन नवरात्रि में हजारों की संख्या में श्रद्धालु अपनी मनोकामना हेतु यहाँ आते हैं।

राजस्थान के जिलेवार पर्यटन स्थल


मानगढ़ धाम:-
(तस्वीर साभार:- राजस्थान सरकार पर्यटन विभाग)
राजस्थान के जलियांवाला बाग के नाम से प्रसिद्ध मानगढ़ धाम बांसवाड़ा से 85 किमी की दूरी पर आनंदपुरी के समीप राजस्थान गुजरात सीमा की पहाड़ी पर स्थित है । यह स्थान आदिवासी अंचल में स्वाधीनता आन्दोलन के अग्रज माने जाने वाले महान संत गोविन्द गुरु की कर्मस्थली माना जाता है । ऐतिहासिक मान्यतानुसार इसी स्थान पर गोविन्द गुरू के नेतृत्व में मानगढ़ की पहाड़ी पर सभा के आयोजन के दौरान अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ स्वतंत्रता की मांग कर रहे , 1500 राष्ट्रभक्त आदिवासियों पर अंग्रेजों ने निर्ममता पूर्वक गोलियां चलाकर उनकी नृशंष हत्या कर दी थी । मानगढ़ धाम पर प्रतिवर्ष मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें राजस्थान , गुजरात एवं मध्यप्रदेश से हजारों श्रद्धालु आते हैं । वर्तमान में इसे राष्ट्रीय शहीद स्मारक के रूप में विकसित किया जा रहा है । 

राजस्थान के जिलेवार पर्यटन स्थल


अब्दुल्ला पीर :-
(तस्वीर साभार:- राजस्थान सरकार पर्यटन विभाग)

यह बोहरा मुस्लिम संत अब्दुल रसूल की लोकप्रिय मज़ार है । शहर के दक्षिणी भाग में स्थित इस दरगाह को अब्दुल्ला पीर के नाम से जाना जाता है । हर वर्ष बड़ी संख्या में विशेषतः बोहरा समुदाय के लोग दरगाह के उर्स में शामिल होने आते हैं ।

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